Coronavirus & Ayurveda
कोरोना वायरस
कोरोना वायरस बहुत प्रकार के है
उनमेंसे कुछ वायरस ही खतरनाख है।
2003 में SERS नामक कोरोना वायरस लगभग दुनिया के 26 देशो में फैला था ।
2012 में Saudi arabia में Middle East Respiratory Syndrome नामक जानलेवा कोरोना वायरस की पहचान हुई।
2019 december में नोवेल कोरोना वायरस की पहचान हुई जो उपरोक्त दोनों वायरस से मिलतेजुलते लक्षणों वाला है।
क़रीब करीब 20,000 व्यक्ति चीन औऱ 300 व्यक़्क्ति अन्य देशों में इस वायरस की लपेट में है।
कोरोना वायरस कैसे फैलता है?
- संलग्न व्यक्ति के श्वासोश्वास से।
- संलग्न व्यक्ति के नासा के पानी से (उपयोग किया हुई वस्तु रूमाल,नेपकिन,चदर आदि से )
- संलग्न व्यक्ति से हाथ मिलाने तथा उनके छुए हुई दरवाजे,ताले,हैंडल आदि वस्तु से ।
- कच्चे दूध तथा मांस आदि पदार्थ से ।
कोरोना वायरस के लक्षण
- नाक से पानी गिरना
- गलेमें दर्द और जलन
- आवाज का बैठजाना
- कभी हल्का बुखार लगाना
- शिर में भारीपन
- श्वसन क्रिया में दिकत होना
कोरोना वायरस एवं आयुर्वेद
आयुर्वेद के लगभग सभी शास्त्रो में जनपदोध्वंस नामक प्रकरण है।
जिसमे बहुत ही स्पष्टता के साथ ऋषिमुनियोने ऐसे सामुहिक व्याधि (Epidemic disease) के कारण जल,वायु,देश और काल बताए है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा
" स्वस्थस्य स्वास्थ्यस्य रक्षणं। "
नामक मूल मंत्र से आयुर्वेद में जो स्वथ्य है उनके लिए प्रथम प्राधान्य देते हुऐ...
- नित्य होम एवं यज्ञ (पलङ्गकषादि धूप ) से (घर और आसपास के वायु की शुद्धता के लिए)
- व्यायाम करे जिससे शरीर मे कफ नहीं बढ़ेगा
- प्राणायाम(नाशा रंध्रों तथा फेफड़े की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिये)
- सूर्यस्नान और सूर्यनमस्कार करे।(रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने)
- नित्य तैल अभ्यंग और ऊष्ण जलसे स्नान करे।(स्वच्छ्ता धारण)
- सम्यक मात्रा का सुपाच्य आहार ले (अधिक तैल, मैंदा, चिकना,बासी आहार का उपयोग न करे)
- उष्ण जल का सेवन करे ।
- घरसे निकलते समय गाय के घी का नस्य करे।(नासा मार्ग को धूल,मिटी और वायरस आदि से बचाने)
- सप्ताह में एक उपवास करे।(आयुर्वेदिक उपवास,धार्मिक उपवास नहीं)
- दोपहर में निंद्रा का त्याग करें ।
- अपरिचित व्यक्तियों तथा संदिग्ध व्यक्ति से 4 -5 फुट की दूरी बनाके बात करे
- विविध दिव्य रसायन औषधीयो का सेवन करे।
- रात्री में पूर्ण निद्रा ले।
"आतुरस्य विकार प्रशमनं "
- कोरोना वायरस के लक्षण लगे तो तुरंत अस्पताल का संपर्क करे।
- वैद्य और डॉक्टर के परामर्श से दवाई लेना आप और परिवार के लिये लाभदायक है
- सोशल मीडिया तथा अन्य विज्ञापनों में फस कर खुद ही चिकित्सा ना करे।
- बच्चे सगर्भा और बुजुर्गों को दूर रखे।
- कोरोना वायरस के लक्षणों को ध्यान में रखते उसकी सारवार वैद्यगण करेंगे ।
Bharatnagar
Morbi-Gujrat
ashvinau.ayurveda@gmail.com